Gandhi Nagar-Gujarat
भारत के प्रधानमंत्री ने जब से जैविक खेती के प्रति इच्छा दिखायी है तब से देश के कई हिस्सों में जैविक खेती का प्रचलन बढ़ रहा है। परन्तु जैविक खेती के साथ यदि यौगिक खेती को भी शामिल कर लिया जाये तो निश्चित तौर यह मानव स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा। ऐसा ही प्रयास ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ग्राम विकास प्रभाग पिछले कई वर्षों से लगातार कर रहा है।
गुजरात, गांधीनगर के शाहपुर में जैविक और यौगिक खेती विषय पर कार्यक्रम का आयोजन तो किया ही गया साथ ही शाश्वत यौगिक खेती से उत्पन्न हुए अनाज से फूड फेस्टिवल का भी अयोजन किया गया। जिसमें करीब 36 प्रकार के व्यंजन बनाये गये। यह अपने आप में एक अनोखा था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने भारत सरकार के पंचायती राज एवं कृषि ग्रामीण विकास राज्यमंत्री पुरुषोत्तम भाई रुपाला, ब्रह्माकुमारीज संस्थान के सूचना निदेशक बीके करुणा, गा्रम विकास प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके सरला, मुख्यालय संयोजक बीके राजू, महादेवनगर की प्रभारी बीके चन्द्रिका के कर कमलों से किया गया। पुरुषोत्तम रुपाला ने शाश्वत यौगिक खेती की तारीफ करते हुए ब्रह्माकुमारीज संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान देश के सभी वर्गों में मूल्यनिष्ठता और विकास के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है। इसके साथ ही व्यंजनों का भी भरपूर लुत्फ उठाया।
अवसर तो था शाश्त यौगिक खेती का परन्तु यदि उसके साथ शाश्वत यौगिक खेती से उत्पन्न अनाजों से लजीज व्यंजन का हो तो फिर कहना ही क्या है। जी हॉं यह सच है कि इस युग में शाश्वत यौगिक खेती की मांग लगातार बढ़ रही है। इसके मद्देनजर शाश्वत यौगिक खेती पर आधारित फूड फेस्टिवल से लोगों को इसके प्रति जागृति आयेगी साथ ही परमात्मा के निर्देशन में कार्य कर रही ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसकी पहल करते हुए देश के कई हिस्सों में इसे विस्तारित करने का पूरा प्रयास कर रही है। पूरे गोकुल नगरी के शक्ल में तब्दील आयोजन स्थल पूरी तरह से कृष्ण का गोकुल गॉंव नजर आया। स्थानीय प्रशासनिक अमलों के साथ राजनीतिक क्षेत्र के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। अतिथियों ने मुक्त कंठ से जहॉं सराहना की वहीं इसे और आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया।