Barhalganj, UP
1 min readआध्यात्म समाज को श्रेष्ठ राह दिखाता है। परमात्म प्रदत्त मानव जीवन के यथार्थ लक्ष्य की ओर आगे बढाने का कार्य आध्यात्मिकता ही कर सकती है। संस्था में सिखाए जाने वाला राजयोग परमात्म अनुभूति का मार्ग प्रशस्त करता है । उक्त कथन है पूर्वांचल के ख्यातिलब्ध साहित्यकार एवं कवि बृजभूशण राय ‘‘बृज’’ का। वे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, शाखा बड़हलगंज के वार्शिकोत्सव समारोह में उपस्थित जनसमुदाय को बतौर विशिष्ट अतिथि सम्बोधन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था अपनी विषिश्ट सेवाओं के लिए देशभर में जानी जाती है। यह हमारे लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर के सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं चिकित्सक डॉ. संजय कुमार ने कहा कि निःस्वार्थ सेवाभाव से समाज के कल्यार्थ समर्पित ब्रह्माकुमारीज़ परिवार का मैं दिल से अभिवादन करता हूं। उन्होंने मानव कल्याणार्थ संस्था द्वारा किए जा रहे हर कार्य में तन-मन-धन से सहयोगी रहने की बात कही। गोला के डॉ. अनिल कुमार तिवारी ने संस्था के सदस्यों को अपनी शुभ-कामनायें देते हुए कार्यक्रम में निमन्त्रण देने के लिए संस्था का आभार जताया।
क्षेत्रीय कार्यालय सारनाथ के वरिश्ठ राजयोगी ब्र.कु. विपिन ने कहा कि वर्तमान समय स्वयं परमात्मा शिव अपने साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा श्रष्टि के नव-निर्माण का दिव्य और अलौकिक कार्य कर रहे हैं। हमें परमात्म कार्य में सहयोगी बनकर अपना श्रेश्ठ भाग्य बनाना होगा। क्योंकि यह युग परिवर्तन का समय चल रहा है। उक्त अवसर पर मीरजापुर से आयीं ब्र.कु.बिन्दू बहन ने उपस्थित लोगों को परमात्मा शिव एवं उनके दिव्य कार्य से अवगत कराते हुए संस्था द्वारा दी जा रही निःशुल्क एवं निःस्वार्थ सेवाओं से लाभ लेकर अपने जीवन को सुख-षान्तिमय एवं तनावमुक्त रखने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकार ओमप्रकाष पाण्डेय जी ने सरस्वती वंदना के साथ स्वागत गीत प्रस्तुत किया । नन्हीं कुमारीयों ने स्वागत नृत्य एवं ब्र.कु. भारती भाई और विजय बहादूर भाई ने स्वागत मन्तव्य प्रस्तुत किया । कार्यक्रम का संचालन ब्र.कु. चिन्तामणी भाई ने किया। कार्यक्रम के अन्त में आभार प्रकट करते हुए बडहलगंज सेवाकेन्द्र संचालिका ब्र.कु. राधिका बहन ने कहा कि सभी बहन-भाईयों के स्नेह एवं सहयोग से परमात्मा शिव की सेवाएं निरन्तर बृद्धि को पाती जा रही है। परमात्मा का यह दरबार आप सभी के लिए खुला है। कार्यक्रम के अन्त में केक काटकर वार्शिकोत्सव की बधांईयॉं दी गई। कार्यक्रम में ब्र.कु. रीमा बहन, मीरजापुर से ब्र.कु. पंकज भाई एवं नीता बहन आदि की उपस्थिति रही।