Russia
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी के रशिया के सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचने पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रो के 200 से अधिक गणमान्य लोग शामिल हुए जिनमें से सेंट पीटर्सबर्ग में भारत के काउंसल जनरल दीपक मिगलानी, सोशल पालिसी कमेटी के अध्यक्ष मिस्टर एलेक्जेंडर, वूमेन एलियांस की अध्यक्ष एलिना कलिनिया, सेंट पीटर्सबर्ग लेग्सिलेटिव एसेम्बली की मेम्बर बोरिस इव्चिन्को, रसियन यूनियन ऑफ़ पीपुल ऑफ़ आर्ट्स के अध्यक्ष मिस्टर एनाटोली प्रमुख थे।
सर्वोच्चय सत्ता से मदद लेना एक कला है लेकिन आज के इस भौतिकवादी युग में व्यक्ति बहुत ही मटेरीलिस्टिक और इगोस्टिक हो गया है जिसके कारण वह सर्वोच्चय सत्ता से मदद नहीं ले पा रहा है लेकिन अगर हमें अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए तो बस स्वयं के इगो को दरकिनार करते हुए उस सर्वोच्चय सत्ता का बच्चा बन जाना चाहिए तो उस सर्वशक्तिमान की मदद से वह अपनी सभी समस्याओं का सहज ही समाधान कर सकता है और उस सर्वोच्चय सत्ता से पल पल मदद लेने का जीवंत उदाहरण है राजयोगिनी दादी जानकी जो अपने सरल स्वाभाव के कारण लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत्र हैं उनके दिल में प्रत्येक मनुष्य के लिए आगाद प्रेम है और लोगो के दिल में उनके लिए सम्मान तभी तो जैसे ही दादी लोगो के बीच पहुची मानो चारो तरफ खुशी की लहर फैल गयी और सभी उनको अपने बीच पाकर काफी गौरान्वित महसूस कर रहें थे..
दादी जी ने सभी पर अपने स्नेह की वर्षा करते हुए सफलता के पांच सूत्र बताएं, जोकि विनम्रता, सत्यता, धैर्य, मिठास और परिपक्वता थे।
इस खुशी के मौके पर केक कटिंग सेरेमनी और कल्चरल प्रोगाम्स भी हुए जिसका सभी ने भरपूर आनंद लिया।