London
लंदन के ग्लोबल कोऑपरेशन हाउस में ‘शाइनिंग लाइट ऑन डेथ‘ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ. पीटर फेनविक, ससेक्स से मिडवाइफ एन येओमन्स और यूरोप तथा मिडिल ईस्ट देशों में ब्रह्माकुमारीज़ की निदेशिका बीके जयंती मौजूद थी।
इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश मृत्यु और शोक से जुड़े आध्यात्मिक पहलुओं पर मंथन करना था। जिसमें डॉ. रचना चोवला, सुजा चंद्रन, जानकी फाउण्डेशन के चेयरमैन डॉ. सराह इगर भी उपस्थित रहे।
इस सेमीनार के दौरान डॉ. फेनविक ने एक्सेप्टेंस की भावनाओं को विकसित करने की इच्छा के साथ सदैव जिज्ञासा का दृष्टिकोण रखने के महत्व पर बल दिया वही बीके जयंती ने चेतना के वास्तविक अर्थ से सभी उपस्थित प्रतिभागियों को रूबरू कराया।
आगे एन येओमंस ने मौलिक ऊर्जा के माध्यम से मरने वाले व्यक्ति के क्रमिक वापसी के बारे में जानकारी दी वही सेमिनार के अंतिम चरण में मेडिटेशन कमेंट्री के माध्यम से बीके जयंती ने सभी को राजयोग की अनुभूति कराई.