London
1 min readलंदन में ग्लोबल कोऑपरेशन हाउस में ‘नॉन वायलेंस इन टूडेज़ वर्ल्ड‘ विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें पूर्व बीबीसी पत्रकार एमिली बुकानन ने वेस्टमिन्स्टर विश्वविद्यालय के एक प्रतिष्ठित एकैडमिक, राजनीतिक सिद्धांतकार, एमिरेट्स प्रोफेसर और बहु-जातीय ब्रिटेन समिति के पूर्व अध्यक्ष लार्ड भीखू पारेख और ब्रह्माकुमारीज़ के मिडल ईस्ट और यूरोपियन देशों की निदेशिका बीके जयंती का आयोजित विषय के अंतर्गत इंटरव्यू लिया।
इस सेमिनार का शुभारम्भ चमत्कारी व्यक्तित्व के धनी महात्मा गांधीजी द्वारा दिए गए अहिंसा के सिद्धांतों से किया गया वही मुख्य पैनलिस्ट भिखु पारेख ने अपने उदगार रखते हुए कहा की किसी के प्रति शारीरिक कष्ट पहुँचाना ही नहीं, बल्कि मन एवं वाणी के द्वारा भी किसी को दुख पहुँचाना हिंसा का ही रूप है।
आगे बीके जयंती ने मानवीय एकता और करुणा के मध्य, मूल्यनिष्ठसमाज की स्थापना की संकल्पना करने वाले ब्रह्मा बाबा के जीवनी पर प्रकाश डाला साथ ही कार्यक्रम के अंतिम कड़ी में मेडिटेशन कमेंट्री द्वारा राजयोग की अनुभूति भी कराई।