Bangladesh
मनचाहा परिणाम पाने की चाह हर किसी के दिल में होती है, लेकिन इसके न मिलने पर व्यक्ति हताश हो जाता है उसे लगने लगता है शायद मेरी किस्मत में ही नहीं होगा या अपने भाग्य का किसी और को दोषी मानने लगता है लेकिन सच्चाई है क्या? मेरा भाग्य किस पर आधारित है? और कैसे बदल सकते हैं हम अपना भाग्य? ऐसे कई सवालों का उत्तर जानने की उत्सुकता देखने को मिली बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका में जहां मशहूर जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ बीके शिवानी के पहुंचने पर लोग अपने सवालों के उत्तर पाने के लिए पब्लिक प्रोग्राम में खिंचे चले आए
बीके शिवानी का कहना है कि हमारे विचार ही हमारे भाग्य का निर्माण करता है अगर हम उनकी इस बात को सही माने तो इसका मतलब है कि आज हमारे जीवन में जो कुछ भी घट रहा है वो पूर्व में हमारे द्वारा किए गए विचारों का ही परिणाम है अगर आज हमारें जीवन में समस्या है तो उसका निर्माण हमारे ही नकारात्मक और कमजोर विचार है उन्होंने तो यह भी बताया कि समस्या को समस्या समझना ही हमारी सबसे बड़ी कमज़ोरी है
अगर हमें अपने भाग्य को बदलना है, तो हमें अपने विचारों की चेकिंग करने की जरूरत है और हमें सिर्फ वहीं विचार क्रिएट करने हैं जैसा हम अपना भाग्य बनाना चाहते हैं क्योंकि जैसी तस्वीर हमारे मन में बनेगी वहीं रिएलटी में परिवर्तित हो जाएगी।
कार्यक्रम में संस्था के मेडिकल प्रभाग के कार्यकारी सचिव बीके डॉ. बनारसीलाल ने लोगों की जानकारी दी की लाईफस्टाइल डिसिसीज़ को समाप्त करने में राजयोग कितना कार्यगर है।
अगर आप अपने भाग्य में परिवर्तन चाहते हैं तो बीके शिवानी की बताई गयी बातों पर जरूर अमल करें यकीनन आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे।