Kolkata Museum, West Bengal
कोलकाता में 11वें वर्ल्ड कॉनफ्लूएन्स ऑफ ह्यूमेनिटि, पावर और स्प्रिचुएलिटी प्रोग्राम में राष्ट्रीय स्प्रीकर में माउण्ट आबू से वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके उषा ने बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की।
इस अवसर पर पैनेलिस्ट में कैलिफोर्निया के बरबैंक में वुडबरी यूनिवर्सिटी‘ज़ स्कूल ऑफ बिज़नेस के प्रोफेसर डॉ सतेन्द्र के. धिमान, अजमेर के चिश्ती फाउण्डेशन के चेयरमैन हाज़ी सैयद सोलमान चिश्ती, चम्पा देवी कनोरिया तथा आशुतोष मुखर्जी रोड सेवाकेन्द्र की प्रभारी बीके कानन भी विशेष रुप से उपस्थित थी।
एस.आर.ई.आई फाउण्डेशन द्वारा यह कार्यक्रम विस्टिन होटल में आयोजित हुआ, जिसका विषय था… आध्यात्मिकता, नवीनता तथा मानवता.. इस पर चर्चा करते हुए कहा कि आध्यात्मिकता के बल पर ही जीवन में मानवीय मूल्यों को धारण किया जा सकता है। इस दौरान बीके उषा एवं बीके कानन को मोमेंटो भेंटकर सम्मानित भी किया गया।
बीके उषा के कोलकाता आगमन पर बीइंग कॉम इन क्राइसिज़ विषय पर एक सुन्दर आयोजन.. रविन्द्र सरोवर के बंगाल रोइंग क्लब में हुआ, जहां बीके उषा ने उदाहरण के माध्यम से सभी को समझाया कि वर्तमान और भविष्य में आने वाली परिस्थितियों में शान्ति कायम रखने के लिए स्वयं को आन्तरिक शक्तियों को विकसित करना अति आवश्यक है जो राजयोग मेडिटेशन के द्वारा ही सम्भव है।
आशुतोष मुखर्जी रोड सेवाकेन्द्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बंगाल रोइंग क्लब के गवर्निंग बॉडी के मेम्बर हेमल कोमपानी तथा सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके कानन ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के बीच बीके कानन को मोमेंटों भेंटकर सम्मानित किया गया।
आगे महालक्ष्मी मन्दिर के हॉल में ‘सक्सेस विद्आउट स्टै्रस‘ विषय पर भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें बीके उषा ने बताया कि आध्यात्मिक प्रतिरोधक शक्ति कम होने की वजह से तनाव होता है। वहीं एक सफल जीवन के मन्त्र देते हुए उन्होंने – निश्चय व आत्मविश्वास, सफल करो, सफलता पाओ यानी जीवन के हर खजाने को कार्य में लगाओ, नीयत साफ तो मुराद हासिल और दृढ़ता में सफलता है के 4 मंत्र दिए।