Guwahati, Assam

असम के गुवाहाटी में री-इंजीनियरिंग लाइफ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ त्रिपुरा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने दीप जलाकर किया। इस मौके पर पूर्व मुख्य अभियंता अनिल भुयान, संस्था के वैज्ञानिक एवं अभियंता प्रभाग के उपाध्यक्ष बीके मोहन सिंघल, राष्ट्रीय संयोजक बीके भारत भूषण, सबज़ोन प्रभारी बीके शीला, अगरतला सेवाकेन्द्र की प्रभारी बीके कविता, बीके मौसमी भी मुख्य रुप से मौजूद थे।
संस्था के वैज्ञानिक एवं अभियन्ता प्रभाग के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल मन बल्कि आत्मा की ख़ुशी मिलती है।
आगे राज्यपाल सोलंकी ने बताया कि 17वीं सदी ब्रिटिश की थी, 18वीं फ्रांस, 19वीं जरमनी की थी तथा 20वीं सदी अमेरिका की थी, वहीं 21वीं सदी भारत की बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का महान कार्य ब्रह्माकुमारीज़ के द्वारा ही किया जा रहा है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद अभियंताओं को भी सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आन्तरिक रुप से स्मार्ट बनना ज़रुरी है।
इस अवसर पर बीके शिला ने राज्यपाल सोलंकी समेत आए हुए अन्य सभी महमानों का स्वागत किया तो बीके कविता ने असम में ईश्वरीय सेवाओं के प्रारम्भ से लेकर अभी तक की सेवाओं की जानकारी दी। वहीं कार्यक्रम में अभियंता प्रभाग के वरिष्ठ सदस्यों में बीके मोहन सिंघल एवं बीके भारत भूषण ने प्रभाग द्वारा की जा रही सेवाएं एवं आयोजित विषय पर चर्चा की।