Belpahar, Odisha
राजयोग मनुष्य के मन को ही नहीं बल्कि शरीर पर भी चमत्कारिक प्रभाव डालता है जी हां दर्शकां ओड़िशा के बेल्पहार में एक ऐसे ही आश्चर्यजनक घटना सामने आई है जिसे देखकर आपको भी ये विश्वास हो जाएगा की जो काम दवा नहीं कर सकती है वो दुआ और राजयोग कर सकता है दरअसल निर्भय कुमार गुप्ता अपने घर में गैस सिलेंडर खत्म होने पर नया सिलंडर लगा रहे थे कि तभी दुर्घटना हुई और उनके शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा जल गया जिसके बाद उनके पिता ने टीआरआई हॉस्पिटल फिर बुर्ला हॉस्पिटल में इलाज कराया जिसमें संतोषजनक सुधार न दिखने पर अंत मे राउरकेला के आईजीएच हॉस्पिटल में इलाज कराया गया।
डॉक्टर्स के अनुसार हालत बहुत ही गंभीर थी उनका कहना था कि निर्भय कुमार को ठीक होने में कम से कम 5 महीनें लगेंगे लेकिन ये निर्भय कुमार का हौसला और परमात्मा पर अटूट विश्वास ही था जो मात्र 18 दिनों में ही हॉस्पिटल से घर जाने की छुट्टी मिल गई और उन्होंने इसका पूरा श्रेय परमात्मा को राजयोग को और संस्था से जुड़े उन सभी भाई बहनों की दुआओं को दिया जो उनके लिए विशेष राजयेग द्वारा योग और शक्ति का दान दे रहे थे। इतने कम दिनों में ही निर्भय कुमार में आश्चर्यजनक बदलाव को वहां के चिकित्सकों ने भी महसूस किया और ये माना कि असंभव को संभव करने की ताकत अगर किसी में है तो वो राजयोग और लोगों की दुआएं ही हैं
आपको बता दें कि निर्भय कुमार लगभग 20 सालों से लगातार संस्थान से जुड़े है और राजयोग का अभ्यास करते हैं जिस वज़ह से ही उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में अपना संयम, हौंसला और परमात्मा पर अटूट विश्वास बनाए रखा जिसका सकरात्मक और चमत्कारिक परिणाम देखने को मिला है।