Batauli, Chhattisgarh
कोरोना काल में जिस तरह से जीवन बदला है उसके लिए ज्ञान, ध्यान और राजयोग पहली जरुरत बन गया है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के बतौली उपसेवाकेन्द्र में स्थानीय लोगों के लिए ध्यान और आत्मज्ञान तथा राजयोग के लिए हॉल का निर्माण कराया गया ताकि लोग कुछ समय खुद के लिए समय निकाल सके। इस नवनिर्मित हॉल का उदघाटन छत्तीसगढ़ सरकार के खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह तथा उनके साथ आये वरिष्ठ लोगों ने फीता काटकर किया। इस दौरान सरगुजा संभाग की संचालिका बीके विद्या, उपसेवाकेन्द्र प्रभारी बीके अहिल्या समेत कई लोग उपस्थित थे ।
आसमान में लहराते शिव ध्वज और ध्वज तले मौन की भाषा का संदेश देते बड़ी संख्या में लोग किसी जुलुस का हिस्सा नही है बल्कि करोना कॉल में सर्वाधिक जरुरता में राजयोग ध्यान के विस्तार के लिए उपसेवाकेन्द्र पर नये मेडिटेशन हॉल के उदघाटन अवसर पर है। फीता और केक काटने की रस्म अदायगी के बाद कुछ मिनट ध्यान की मुद्रा में स्थित रह आस पास के लोगों के लिए मानसिक शांति के लिए इस मेडिटेशन का हॉल का निर्माण किया गया जिसका उदघाटन छत्तीसगढ़ शासन के खाद्यमंत्री अमरजीत सिंह ने किया। खाद्य एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि इस तरह के पुण्य के कार्यों को करने का अवसर विरले लोगों को ही परमात्मा देता है। जो सबसे बड़ा पुण्य है।
कार्यक्रम के पश्चात मंत्री अमरजीत सिंह समेत अन्य लोगों ने ब्रह्माभोजन स्वीकार किया और कुछ समय मेडिटेशन कर लोगों को इसके लिए प्रेरित किया। गौरतलब है कि जिस जमीन पर यह मेडिटेशन हॉल बना है यह जमीन कुछ वर्ष पूर्व छत्तीसगढ़ प्रशासन से मंत्री अमरजीत सिह ने ही दिलायी थी। अंत में अम्बिकापुर क्षेत्र की प्रभारी बीके विद्या ने ईश्वरीय सौगात भेंटकर सम्मानित किया।