प्रतिभा दिखाने का केवल माध्यम नहीं है ‘कला’ अपनी भावनाओं और कल्पनाओं को ज़ाहिर करने और नियंत्रण करने का भी माध्यम है कला इसलिए ही संस्थान के कला एवं संस्कृति प्रभाग ने दो दिवसीय ई-कान्फ्रेंस के माध्यम से लोगों को सकारात्मक जीवन जीने की कला सिखाने प्रयास किया इसी के चलते कई फिल्मी कलाकार और राजनीतिक हस्तियों ने इस इ-कान्फ्रेंस का लाभ लेने का आह्वाहन किया ताकि इस मुश्किल की घड़ी में समाज में एक सकारात्मक संदेश जाए और लोग उनसे प्रेरणा ले सके
आगे संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका रायजोगिनी दादी रतनमोहिनी, प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके कुसुम, मुख्यालय संयोजक बीके दयाल, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गीता, मुम्बई से विले पार्ले सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके योगिनी ने राजयोग मेडिटेशन और आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा आंतरिक गुणों और शक्तियों का विकास करने की बात कही।