भले ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए दो महीने का वक्त है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात और आ्हवान पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने भारत सहित दुनिया के 140 देशों में फैले अपने सेवाकेन्द्रों के माध्यम से व्यापक रुप से मनाने के लिए कमर कस लिया है। योग के साथ राजयोग द्वारा मनुष्य के सर्वागिण विकास के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। इसके लिए संस्थान के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय से सभी सेवाकेन्द्रों को खास निर्देश दिये गये है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का खुमार पूरी दुनिया भर के लोगो में देखने को मिलता है। परन्तु ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा योग के साथ राजयोग का अभ्यास का प्रभाव कुछ अलग ही दिखता है। ब्रह्माकुमारीज संस्थान का मानना है कि योग से शरीर को स्वस्थ किया जा सकता है। परन्तु यदि आत्मा, मन और संस्कारों को ठीक करना है तो उसके लिए राजयेग को जीवन में अपनाना ही होगा। क्योंकि व्यक्ति के अन्दर ज्यादातर बुराईयां सबसे पहले मन से ही पैदा होती है।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने पिछले 82 वर्षों से राजयोग के द्वारा लाखों लोगों के जीवन में बदलाव का एक नया आयाम तय किया है। जो हर जगह देखने व महसूस करने को मिल जायेंगे। ब्रह्माकुमारीज संस्थान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सरकार तथा निजी संस्थाओं के साथ मिलकर व्यापक रुप से सहभागिता निभायी है। इस वर्ष भी संस्थान का प्रयास है कि आयुष मंत्रालय के साथ देश के सभी जिलो और कस्बों तक योग के साथ राजयोग के महत्व को बताये। इसके लिए तैयारियां अभी से प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके लिए बकायदा अन्तर्राष्टीय कार्यकारिणी की बैठक में भी चर्चा की गयी थी।
इसके लिए ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयेगिनी दादी जानकी ने मेडिकल प्रभाग को खास निर्देश दिया है कि हर जिले और हर गॉंव में सरकार के आयुष मंत्रलाय के साथ मिलकर योग दिवस पर लोगों को योग के साथ राजयोग का भी अभ्यास कराया जाये। जिससे समाज में मानव में गिरते मानवीय मूल्यों को रोका जा सके।