देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारतीय शिक्षा जगत को नई दिशा दी और उनका जन्मदिन पूरा देश शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है एक शिक्षक व गुरू की महिमा में तो यहां तक कि कहा गया है कि समाज में एक गुरू का दर्जा भगवान से भी बढ़कर है। इसलिए गुरू को चाहिए कि वे अपने इस पद की गरिमा को बनाए रखे और इसी शिक्षक दिवस पर गुरूओं का सम्मान करने के लिए राजस्थान में बूंदी के लाखेरी के महाराजा मूलसिंह डिग्री कॉलेज में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबू लाल वर्मा शामिल हुए।
ब्रह्माकुमारीज के शिक्षा प्रभाग द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में बूंदी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके कमला ने कहा कि माता पिता के बाद शिक्षक ही बच्चों का मार्गदर्शक होता है। इसलिए आज के दिन हम सभी प्रतिज्ञा करें की शिक्षा में मूल्यों का समावेश की बच्चों को सुसंस्कारित करेंगे। अंत में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबू लाल वर्मा, बीके कमला, पुलिस उपअधीक्षक नरपत सिंह, थाना प्रभारी कौशल्या, प्राधानाध्यापक सच्चिदानंद ने तकरीबन 40 शिक्षकों को सम्मानित किया साथ ही बीके कमला ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबू लाल वर्मा को शॉल ओढ़ाकर उनका आभार प्रदर्शन किया।