गुरूग्राम के ओम शांति रिटीट सेंटर में बहुराष्ट्रीय कंपनी के निदेशक, अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिकारियों के लिए इग्नाइटिंग इनर रेसिलिएंस विषय पर आयोजित कार्यक्रम में जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ बीके शिवानी ने कहा कि जब कोई दर्द में है तो हमें गुस्सा करके उसे और दर्द नहीं देना चाहिए।
साथ ही दूसरों को माफ करने के भी फायदे बताए
वहीं बीके शिवानी ने अपने आस–पास के लोगों को सशक्त बनाने की बात कही। संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके ब्रजमोहन ने हयूमन की परिभाषा बताते हुए कहा कि अगर कोई हंबल नहीं है तो वो हयूमन नहीं है। साथ ही ओआरसी की निदेशिका बीके आशा ने कहा कि चैलेंज का सामना करने के लिए जिस शक्ति की आवश्यकता होती है। उसे इग्नाइट करने की जरूरत है।