उत्तरप्रदेश के हाथरस में ज्ञान धारा क्लब द्वारा गीता ज्ञान विषय पर विचार संगोष्टी का आयोजन किया गया जिसमें आयकर आयुक्त सुनील वाजपेयी, ब्रह्माकुमारीज़ के स्थानीय सेवाकेंद्र से आमंत्रित आनंदपुरी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शांता, आयकर अधिकारी एस.के. शर्मा, कार्यक्रम संयोजक अधिवक्ता मनीष दीक्षित एवं नगर के वरिष्ठ नागरिक मुख्य रूप से शामिल थे।
इस उपलक्ष्य में बीके शांता ने आत्म ज्ञान देते हुये बताया कि शरीर से भिन्न चैतन्य शक्ति आत्मा मन, बुद्धि और संस्कारों का एक अदृश्य पुंज है जिसे शस़्त्र काट नहीं सकता, वायु सुखा नहीं सकती है और अग्नि जला नहीं सकती है इसलिये हमें सदैव इस स्वरूप में स्थित होने का प्रयास करना चाहिये, इस दौरान उन्होंने राजयोग मेडीटेशन का अभ्यास कराकर आत्मअवलोकन करने की बात कही। वहीं अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये और मानव जीवन का सुख लेने के लिये स्वयं की वास्तविक पहचान होना आवश्यक बताया।