एक कहावत है कि जिसकी रक्षा परमात्मा करता है उसे कोई भी मार नहीं सकता। यही कहावत चरित्रार्थ हुई है स्वरुपगंज के ताराराम भील के साथ। ग्लोबल हॉस्पिटल ट्रोमा सेन्टर के डॉ. अनिल भंसाली देवदूत बन गये।
तकरीबन 20 दिन पहले खेत में ताराराम भील के काम करते समय अचानक भालू ने हमला कर दिया। जिसमें भालू ने उनकी आंख नोच कर निकाल दी थी। जिसके कारण मस्तिष्क भी बाहर आ गया था। पूरे सर की चमड़ी उधेड़ दी थी। जिससे हालत नाजुक हो गयी थी। देखने वाले को यह यकीन ही नहीं था कि वह बचेगा। परन्तु जैसे ही ट्रोमा सेन्टर यह केस आया डॉ. अनिल भंसाली ने प्रयास प्रारम्भ कर दिया और तीन ऑपरेशन के बाद आखिरकार वे कामयाब हो गये। जिससे अब ताराराम भील बोल और सुन पा रहा है। ताराराम भील ने कहा कि यह चमत्कार हो गया। जिससे मेरी जिन्दगी बच गयी।
वहीं ग्लोबल हॉस्पिटल ट्रोमा सेन्टर के सर्जन डॉ. अनिल भंसाली ने कहा कि यह बहुत ही विलक्षण केस था जिसमें बचने की उम्मीद नहीं थी परन्तु ईश्वर की दुआ और प्रयास ने रंग लाया और अब वह पूरी तरह ठीक है। अब उसे नयी जिन्दगी मिल गयी है। जिससे परिवार और खुद डॉ. अनिल बहुत प्रसन्न है।