ब्रह्माकुमारीज मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी का 102वां जन्म दिन धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर को संस्थान पूरे विश्व स्वच्छता के लिए समर्पित किया है। इसके साथ ही दादी जानकी ने अपील की है कि वे परमात्मा की शिक्षाओं से सीख लेते हुए अपने आस- पास तथा अन्य रास्तों को ठीक करने का प्रयास करें।
एक तरफ जहां पूरे देश में नए साल के जश्न का नज़ारा देखने को मिला, वहीं ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में नए साल यानि सन् 2018 का आगाज़ होने पर निराकार परमात्मा शिव ने अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी के माध्यम से नए वर्ष की शुभकामनाएं दी। साथ ही मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, महासचिव बीके निर्वेर, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन समेत संस्थान के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने केक काटकर सभी को बधाईयां दी।
ये मौका इसलिए भी खास था, क्योंकि नववर्ष के आगमन के साथ संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी ने 102 साल की उम्र में 140 देशों में अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान का संचालन करने वाली पहली मुख्य प्रशासिका बनने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया। इस समारोह में कई देशों के हज़ारों लोग शामिल हुए जिन्हें संबोधित करते हुए दादी जानकी ने लोगों से ये अपील की, कि वे स्वच्छ भारत का निर्माण करें ताकि हम एक अच्छे स्वच्छ तथा स्वस्थ देश के रूप में पूरे विश्व में जाने जाएं।
कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने दादी के दीर्घायु होने की कामना की। जिससे पूरा कार्यक्रम बेहतरीन हो गया।