विश्वकर्मा दिवस पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मनमोहिनीवन के ग्लोबल ऑडिटोरियम में शिल्पकारों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उदघाटन शांतिवन प्रबन्धक बीके भूपाल, दादी जानकी की निजी सचिव रही राजयोगिनी बीके हंसा, पीस न्यूज के सम्पादक बीके कोमल, राजयोग शिक्षिका बीके कविता, बीके भानू तथा कार्यक्रम आयोजक बीके कीर्ति ने किया। इस कार्यक्रम में थोड़े समय के लिए आबू रोड के तहसीलदार रामस्वरुप जौहर भी शरीक हुए।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि पहले खुद का विश्वकर्मा बनें तभी हम नये समाज की स्थापना के शिल्पकार बन सकते है। इसलिए अपने अन्दर के अवांछनीय तत्वों को निकालने का प्रयास करें।
साथ ही शिल्पकारों से अपील की गया की वे व्यसनों को छोड़ कर जीवन में मूल्यों को धारण करें। इसके साथ ही बीके हंसा ने दादी जानकी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने विश्व के कई मुल्कों में लोगों के अन्दर श्रेष्ठ संस्कारों का निर्माण किया है। कार्यक्रम के अंत में कुछ विशिष्ट शिल्पकारों को सम्मानित भी किया गया तथा कुछ समय के लिए मेडिटेशन कराया गया।