भागवद गीता के ज्ञान और आध्यात्मिक रहस्यों के व्याख्यान के साथ कोलकाता के बंगूर में नवनिर्मित ब्रह्माकुमारीज सेवाकेन्द्र का उदघाटन किया गया। अब यहा हर कोई आकर जीवन मूल्य, राजयोग मेडिटेशन और आध्यात्मिक प्रज्ञा का लाभ ले सकते है। शुभभावनाओं और शुभकामनाओं के साथ इस भवन के उदघाटन अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन शांतिवन की कार्यक्रम प्रबंधिका बीके मुन्नी, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना ज़ोन की निदेशिका बीके संतोष, बांगुर ऐवन्यु सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मधु, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके पदमा, बीके अस्मिता मुख्य रूप से मौजूद थी।
कार्यक्रम में बीके ब्रजमोहन ने सदा खुश रहने के लिये गीता में बतायें महावाक्यों पर प्रकाश डालते हुए परमात्मा पिता की याद में रहने की बात कही……………..साथ ही बीके संतोष ने कहा कि यदि हम अपने असली पिता व असली स्वरूप को जान जाते हैं तो हमारे कर्मों में श्रेष्ठता आ जाती है, साथ ही उन्होंने कहा कि आज हर मनुष्य को खुशी चाहिये यह तब होगा जब हम टेंशन फ्री होगें।
इस दौरान बच्चों एवं युवाओं ने सांस्कृतिक नृत्य और लघुनाटिका प्रस्तुत कर जीवन में सभी के प्रति शुभकामनायें रखने का आह्वान किया।