लंदन के कई बड़े स्थानों में इंटरनेशनल योगा डे ज़ोर शोर से मनाया गया। लंडन आई में वील ऑफ योगा में पीस क्लॉस आयोजित हुई। योग का खुमार लोगों के इस कदर सिर चढ़कर बोला कि आसमान में ही योग कर रिकार्ड कायम कर लिया।
वैसे तो योग को यादगार बनाने के लिए हर किसी ने अपने अपने तरीके से मनाया लेकिन लंदन में भारतीय मूल के लोगों के साथा स्थानीय लोगों ने योग को खास बनाने के लिए अलग ही तरकीब अपनायी। और बड़ी संख्या में लोगों ने आसमान में योग के साथ राजयोग किया।
यह सब कुछ सम्भव हुआ। कोका कोला लंदन आई में, जहाँ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का जश्न आसमान में मनाया गया। कमीशन ऑफ इंडिया और इंडिया टूरिज़्मज़ यूके डिविज़न ने यूके बेस्ड ओर्गेनाईजे़शनस के साथ मिलकर लंदन आई में यह आयोजन किया। जिसे मिलेनियम व्हील कहा जाता है। दरअसल मिलेनियम ह्वील में 32 पोड्स होते है और वह धरती से इतना उपर तक जाता है कि वहॉं से पूरा लंदन शहर दिखता है। आसमान में पहुंचे इस पोडस में ब्रह्माकुमारीज़ के सदस्यों ने केवल स्वयं के लिए नहीं बल्कि समूचे लंदन में शांति स्थापित हो इसके लिए योग एवं राजयोग किया। ब्रिटेन की घटनाओं को ध्यान में रखने हुए सभी ने शांति और सद्भाव के संदेश के साथ राजयोग का अभ्यास किया।
इस शानदार अवसर पर डेप्युटी हाई कमिश्नर दिनेश पट्नायक ने यूके में सभी भारतीय को इस अवसर पर शुभकामनाएं दी।
यूके में भारतीय पर्यटन के नए निदेशक गंगाधर ने कहा कि उनके जन्म स्थल भारत में योग का अभ्यास करने की तरह कुछ भी नहीं है।
नोर्थ लंदन के एलेक्सजेन्डा् प्लेस के ग्राउण्डस में इंटरनेशनल योगा डे पर वन डे फेस्टिवल मनाया गया। जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ के 50 सदस्यों ने सहभागिता कर इवेन्ट में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान ब्रह्माकुमारीज़ का प्रतिनिधित्व करने आई माउण्ट आबू के ग्लोबल हॉस्पिटल से आई बीके सुजाता ने प्रतिभागितयों को ओम् का तथा अन्य कई शारीरिक अभ्यास कराए। वहीं बीके मोरीन ने सामूहिक रुप से ध्यान करने का महत्व बताया। इस पूरे कार्यक्रम में 3500 लोगों ने बढ़–चढ़कर हिस्सा लिया।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अन्तर्गत ट्रफैलगर स्क्वायर में भी कार्यक्रम का आयेजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने योग के साथ राजयोग किया। इस कार्यक्रम में भारतीय उच्चायोग वाई के सिन्हा, लंदन संकृति के डिप्यूटी मेयर जस्टीन सिमोन्स, यूके अकादमी ने वेदिक नृत्य योगा पर शानदार प्रस्तुतिया दी। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान, पतंजलि, आर्ट ऑफ लिविंग, हिन्दू स्वयं सेवक संघ एवं हिन्दू सेमिका समिति, पदमा कोरम, इशा फाउण्डेशन शामिल हुई। इसके साथ ही भारत की सुप्रसिद्ध गायक रागेश्वरी लुम्बा समेत कई लोगों ने अपनी प्रस्तुतियों से शमा बांध दिया।