गीता का ज्ञान सभी वर्ग के लोगों के लिए अत्यंत आवश्यक है, ऐसा कहना है वडोदरा की राजमाता शुभांगिनी देवी का, जोकि वडोदरा में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आयोजित सत्य मेव जयते कार्यक्रम में कही।
कार्यक्रम में संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके ब्रजमोहन, अंबावाडी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शारदा, अल्कापुरी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके डॉ. निरंजना, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके नेहा मुख्य रूप से मौजूद थीं। बीके बृजमोहन ने इस दौरान कहा कि कालचक्र के आदि में जब देवी देवताओं का राज्य था। तब वे डबल ताजधारी थे एक पवित्रता का और दूसरा धर्म का ।
गीता का ज्ञान सुनने में अच्छा और तर्कपूर्ण लगता है और लोग इसे अपने जीवन में धारण करना चाहता है लेकिन धारण नहीं कर पाते हैं क्योंकि उनमें वो ताकत नहीं है। लोगों में इसी ताकत को जाग्रत करने का माध्यम है राजयोग मेडिटेशन, ऐसा कहना था बीके डॉ. निरंजना का
चर्चा के इस दौर में शाम को ‘अहिंसा परमोधर्म एवं श्रीमद भगवद गीता’ विषय पर भी विचार विमर्श हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मेयर भारत डांगर, वैष्णवाचार्य 108 व्रजराज कुमारजी, उद्योगपति शिवपाल गोयल, अशेश ठक्कर, स्वामी वेंकटेशाचार्य, गुजरात ज़ोन की निदेशिका बीके सरला शामिल हुई।