महाराष्ट्र में कोल्हापुर के जिला जेल में हृदय परिवर्तन विषय पर कार्यक्रम हुआ जिसमें कल के डाकू आज के राजयोगी पंचम सिंह ने अपने जीवन के अनुभवों से उपस्थित कैदियों को अवगत कराते हुये कहा कि परिस्थितिया व्यक्ति को अपराध करने पर मजबूर कर देती है,इसलिए अपने पापों का पश्चाताप कर जीवन को आध्यात्मिक ज्ञान एवं राजयोग से अच्छा बना सकते हैं, इस मौके पर जेल के अधिकारी एवं बी.के. सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे।
ऐसे ही कोल्हापुर के मध्यवर्ती जिला कारागार में भी यह कार्यक्रम हुआ जिसमें पंचम सिंह ने कैदियों से कहा कि यह जीवन परमात्मा की देन है ,इसलिये इसे पाप कर्मों में व्यर्थ करने के बजाये जीवन में पुण्य कर्मों की पूजी जमा करें।