योग और राजयोग में लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। इसे और प्रोत्साहित करने तथा योग और राजयोग का जीवन में महत्व विषय पर आयुष मंत्रालय ने गोवा के पणजी में चौथे अंतर राष्ट्रीय योगा सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें देश व विदेश से 500 योग विशेषज्ञ, गुरू, शोधकर्ता शामिल हुए ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था जिसमें दिल्ली से सीनियर राजयोगा टीचर बीके सपना ने प्रतिनिधित्व किया इस सम्मेलन का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में योग का कारण और योग अनुसंधान के क्षेत्र में नवीनतम शोध रूझानों को हाईलाइट करना था।
देश और दुनिया की आकर्षण का केन्द्र गोवा में योग पर मंथन के लिए जुटे देश विदेश के योग विशेज्ञों, योग गुरुओं, शोधकर्त्ताओं ने इस सम्मेलन में इमर्जिंग ट्रेंड्स एंड रिसर्चस, योगा एज़ ए प्रीवेन्टिव मेडीसिन, योगा फॉर वूमेन, योगा फार कार्डिएक रिहैबलिटेशन, योगा फार मैंटल हैल्थ जैसे कई तकनीकी सत्र पर गहराई से विचार विमर्श किया। इसमें शरीर और आत्मा के सर्वागिण विकास के लिए योग में राजयोग की भूमिका पर बोलते हुए बीके सपना ने कहा कि गीता में भगावन ने स्वयं कहा है कि मनमनाभव, जिससे सिद्ध होता है कि योगा केवल शरीर को स्वस्थ रखने का साधन नहीं बल्कि मन को प्रभु में लगाकर स्वयं को आंतरिक गुणों व शक्तियों से सम्पन्न बनाने का एकमात्र जरिया भी है
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए बीके सपना ने बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ योग में भी निपुण बनाने की अपील की ताकि वे अपनी शिक्षा काल में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सके…..
इस सम्मेलन के समापन सत्र में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विडियो मैसेज दिखाया गया तत्पश्चात बैठक का शुभारंभ हुआ जिसमें गोवा की महामहिम राज्यपाल मृदुला सिन्हा मुख्य अतिथि थी, उन्होंने ने योग के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि मैं आज भी योग को अपनी दिनचर्या में प्रमुख स्थान देती हूं वहीं आयुष मंत्री येशोपद नाईक ने भी अपना उद्बोधन दिया।