इस मन को जानना उसको नियंत्रित करके उसे अपने अनुकूल बनाना ही खुशी का आधार है और उसके वशीभूत हो जाना तनाव ये उक्त बात माउंट आबू से आयीं ज्ञानामृत पत्रिका की सह संपादक बीके उर्मिला ने गुजरात के नवसारी सेवाकेंद्र पर खुशी या तनाव स्वयं करो चुनाव विषय पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
इसके साथ ही बीके उर्मिला ने परमात्मा पर अपनी संपूर्ण बुराईयों को समर्पित करने का आहवान किया। 3 दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्घाटन एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सीजे डांगरिया, बैंक ऑफ बड़ौदा के सीनियर ब्रांच मैनेजर ए वी रमन्ना, पूर्व मंत्री मंगू पटेल, सेवाकेंद्र प्रभारी बीके गीता समेत अनेक अतिथीयों ने दीप जलाकर किया व सभी ने इस कार्यक्रम का लाभ लिया।