शिक्षा का मूल उद्देश्य है बंधनों से मुक्त और चरित्रवान बनना ये उक्त विचार माउंट आबू से आए वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षक बीके भगवान ने गुजरात में वीरपुर के मातोश्री मोगीबा गर्ल्स स्कूल में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार के दौरान कही।
इस मौके पर उपस्थित प्राचार्या आशा जोशी ने बीके सदस्यों का आभार माना तथा राजयोग शिक्षिका बीके जयश्री और बीके उदय ने कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए मूल्यों को शामिल करने की सलाह दी।
इसके साथ ही श्री जलाराम स्कूल में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बीके भगवान ने कहा कि जिसके अन्दर मूल्य नहीं है वह मूल्यहीन होता है।
वहीं जैतपुर के सरदार पटेल केलवनी शैक्षणिक सकुल और जैतपुर एकेडमी में भी स्थानीय सेवाकेंद्र द्वारा मूल्यों के महत्व पर चर्चा करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें उपस्थित बीके भगवान ने कहा कि जब तक हमारे व्यवहारिक जीवन में परोपकार, सेवाभाव, त्याग, उदारता जैसे सद्गुण नहीं आते हैं तब तक हमारी शिक्षा अधूरी है।
इस दौरान राजयोग शिक्षिका बीके शांतु, बीके दिनेश, प्राचार्य मनीष संजेलिया समेत अनेक शिक्षकों व बच्चों ने हिस्सा लिया और पूरा-पूरा लाभ लिया।