सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत देश को पुनः स्वर्णिम भारत बनाने के लिए विशेष तौर मूल्यनिष्ठ प्रदर्शनी से तैयार की गयी अभियान बस के गुजरात में कलोल पहुंचने पर रोटरी क्लब, कलोल कॉलेज, के.आई.आर.सी इंजीनियरिंग कॉलेज, जोटेश्वर टेंपल समेत कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी से सजी इस बस के पहुंचने पर लोगों में उत्सुकता जागृत हुई कि यह किस प्रकार की चित्र प्रदर्शनी है। अपनी उत्सुकता को शांत करने के लिए लोगों के कदम बस की ओर बढ़े जिन्हें बीके सदस्यों ने आंतरिक उन्नति के लिए स्वयं के परिचय और परमात्मा के परिचय से अवगत कराते हुए राजयोग द्वारा मन को स्वच्छ बनाने व आंतरिक शक्तियों को जागृत करने की अपील की।
इसके पश्चात् अभियान अहमदाबाद के उदव व वस्त्राल पहुंचा, जहां आर.डी स्कूल, आई.टी.आई, गैटराड कैल–टेस्ट लैबोरेटरीज़ में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसके द्वारा अनेक युवाओं को आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा स्व–उन्नति करने और बाहरी स्वच्छता के साथ आंतरिक स्वच्छता करने पर बल दिया। वहीं प्रतिदिन राजयोग के नियमित अभ्यास से आंतरिक गुणों व शक्तियों को जाग्रत करने के लिए प्रतिज्ञा कराई।
इसी क्रम में अभियान के लोटस हाउस सेवाकेंद्र पर पहुचने पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें अभियान यात्रि बीके कमल ने सभी को मेडिटेशन द्वारा युवाओं में छिपी अनंत शक्तियों को जागृत करने के लिए अनेक युक्तियां बताई। वहीं अन्य अभियान यात्रियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।