मुख्यालय में शिक्षा प्रभाग द्वारा आयोजित 40वें अखिल भारतीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का समापन हो गया, 7 दिवसीय इस शिविर में देशभर से हज़ारों बच्चे भाग लेने पहुंचे थे। इसके समापन अवसर पर शिविर के दौरान आयोजित की गई प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को भारत के पहले लोकपाल पी.सी घोष ने पुरस्कार वितरण बच्चों को सम्मानित किया।
देश में नौनिहालों को सम्भालना ज़रुरी है क्योंकि कई प्रकार की बुरी आदतें युवाओं को अपने कब्जे में लेती जा रही है इसलिए इन्हें बचाना आज हर एक माता-पिता की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए ये बात देश के पहले लोकपाल न्यायाधिश पिनाकी चन्द्र घोष ने समापन समारोह में कही।
समारोह में शिक्षा प्रभाग के अध्यक्ष तथा बाल व्यक्तित्व विकास शिविर के कोर्डिनेटर बीके मृत्युंजय, प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके सुमन समेत मंच पर अन्य अतिथियों की मौजूदगी में शिविर के दौरान आयोजित की गई लम्बी दौड़, ऊंची दौड़, नृत्य कला समेत अन्य प्रतियोगिताओं के विजयी बच्चों को न्यायाधीश पी.सी. घोष द्वारा मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान दिया एवं अन्य बच्चों को ईश्वरीय सौगात प्रदान की गई।
शिविर के अन्तर्गत प्रतियोगिताओं के अलावा.. सांस्कृतिक कार्यक्रम, आनंद सरोवर में बच्चों के लिए पिकनिक एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए सोशल एक्टिविटी ग्रुप के अध्यक्ष बीके भरत ने प्रेरित किया।
वहीं कुमार कृषिव ने ब्रीदिंग टेक्नीक के द्वारा अपने हुनर का प्रदर्शन दिया।