उत्तर प्रदेश में रामपुर मनिहारन के मदर लैण्ड पब्लिक स्कूल और गौचर कृषि इंटर कॉलेज में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है…….जिसमें माउंट आबू से आए वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षक बीके भगवान ने कहा कि आज हम देखते हैं कि डॉ., इंजीनियर, पालिटिशीयन, मीडियाकर्मी जैसे समाज के विशिष्ट और सम्मानीय लोग भी भ्रष्टाचार और पापाचार से अछूते नहीं रहे, उनका मूल कारण है कि उन्होंने शिक्षा तो ली लेकिन नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को धारण नहीं किया।
अपने व्यक्तव्य को आगे बढ़ाते हुए कहा कि व्यक्ति आज सम्पन्न होते हुए भी भय में जी रहा है जिसका मूल कारण है स्वयं के स्वरूप की गलत पहचान……यह पहचान और नैतिक मूल्य का विकास होता है आध्यात्मिक ज्ञान से…….
अंत में बीके भगवान ने मेडिटेशन द्वारा विद्यार्थीयों को सकारात्मक चिंतन करने का अभ्यास कराया……..इस दौरान स्कूल की प्राचार्य डॉ. शालू भूर्यान, सहायक शिक्षक सत्यम त्रिपाठी, बीके सुशील, बीके बाबूराम मुख्य रूप से मौजूद थे।
इसी क्रम में सहारनपुर सेवाकेंद्र पर सकारात्मक चिंतन का जीवन में महत्व विषय पर कार्यक्रम का अयोजन किया गया……..बीके भगवान ने इस दौरान सभी को सकारात्मक चिंतन से जीवन में होने वाले फायदे बतायें………