माउंट आबू के ज्ञान सरोवर में शोधकर्ताओं और अभियंताओं के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था इस सम्मेलन का शुभारंभ नई दिल्ली से ओएनजीसी लिमिटेड के सी.एम.डी शशी शंकर, गेल इंडिया के ई.डी डी.वी. शास्त्री, प्रभाग के उपाध्यक्ष बीके मोहन सिंघल, राष्ट्रीय संयोजक पूर्व स्क्वाड्रन लीडर जवाहर मेहता, मुख्यालय संयोजक बीके भरत समेत प्रभाग के कई पदाधिकारीयों ने दीप जलाकर किया।
विडियो द्वारा भेजे गये संदेश में भारत सरकार के ग्राम विकास एवं पंचायती राज तथा खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विज्ञान यदि अध्यात्म के साथ मिलकर कार्य करे तो समाज की रुपरेखा बदल जायेगी।
पिछले कुछ दशको में दुनिया के हर क्षेत्र में प्रगति हुई है और इन सब प्रगति में अगर किसी का सबसे बड़ा श्रेय है तो वो है अभियंताओं और शोधकर्ताओं का लेकिन इस प्रतिस्पर्धा के दौर में उनका व्यक्तिगत जीवन प्रभावित हुआ है, उनके आत्म संतुष्टि, मानसिक शांति, खुशी के स्तर में गिरावट आयी है इसी को देखते हुए ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान प्रतिवर्ष अभियंताओं और शोधकर्ताओं के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करती है जिससे वह उन्हें बता सके की भौतिकता के साथ अगर अध्यात्म का संतुलन नहीं होता, तो जीवन की दिशा भ्रमित होने लगती है उनके लिए यह भी जरूरी है कि आध्यात्म द्वारा आत्मा को जानने का गहराई से अनुसंधान करें और राजयोग के अभ्यास द्वारा अपने व्यक्तिगत जीवन को खुशी, शांति, और आत्म संतुष्टि से भर लें।
अंत में अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर और ईश्वरीय सौगात भेट कर सम्मान किया गया।