आपके प्रत्येक संकल्प, बोल, कर्म भाग्य की रेखा तय करते हैं। मानव शाश्वत सुख-शांति की चाहना में बाहरी कर्मकांड तो कर रहा है लेकिन आंतरिक मन के विचार शुद्ध नहीं होने से उसे संपूर्ण लाभ नहीं मिल पाता इसी के तहत संकल्पों की शक्ति विषय पर संस्थान के सुरक्षा सेवा प्रभाग द्वारा ऑनलाइन सेशन रखा गया जिसे महाराष्ट्र के भंडारा से र्रोकेट एवं मिसाइल इंजीनियर बीके पुरुषोत्तम ने संबोधित किया।