जहां एक ओर मीडिया में व्यावसायिकरण करने का आरोप लग रहा है। वहीं ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मीडिया प्रभाग द्वारा आध्यात्मिक प्रज्ञा एवं राजयोग द्वारा शांति तथा आनन्द की प्राप्ति में मीडिया की भूमिका विषय पर मीडियाकर्मियों के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस सम्मेलन का उदघाटन तीन प्रधानमंत्रियों के मीडिया सलाहकार एस नरेन्द्र, पब्लिक रिलेशन काउन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजीत पाठक, चीफ मेन्टर एम बी जयराम, संस्था के महासचिव बीके निर्वेर, मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष बीके करुणा, उपाध्यक्ष बीके आत्म प्रकाश, भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार प्रो. कमल दीक्षित, संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, मुख्यालय संयोजक बीके शांतनु समेत कई लोगों ने दीप जलाकर किया।
मीडिया वैसे तो देश का प्रहरी माना गया है। लेकिन यदि मीडिया ही में नैतिक मूल्यों का अभाव होने लगे तो समाज में अभाव होना लाजिमी है। ऐसे में एक बेहतर समाज की स्थापना की परिकल्पना तभी साकार होगी जब मीडिया अपने कलम से सशक्त सामग्री का प्रोत्साहन करें। यही वजह है कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान का मीडिया प्रभाग पिछले 25 वर्षों से मीडियाकर्मियों के लिए सम्मेलन का अयोजन कर रहा है।
इस बार का आयोजन भी उसी का हिस्सा जिसमें सिर्फ समस्याओं के समाधान पर चर्चा होती है। ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश जा सके। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में वर्तमान पत्रकारिता में चुनौतियों के साथ राजयोग ध्यान पर भी फोकस किया गया जिसमें पत्रकारों ने खुले मन से चर्चा करते हुए जीवन में मूल्यों आत्मसात कर सकें।
सम्मेलन में देशभर से आये पत्रकारों ने ध्यान योग और राजयोग को जीवन में उतारने के साथ नैतिक मूल्यों के प्रचार प्रसार का संकल्प लिया।