ब्रह्माकुमारीज संस्था के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में 14वां अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन का आयेजन किया गया। इस सम्मेलन में देशभर के चुनिन्दा साहित्यकार और चिंतक शामिल हुए। रायपुर की संस्था सृजनगाथा डॉट कॉम द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में ब्रह्माकुमारीज संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय तथा शांतिवन के अभियन्ता बीके भरत को समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सृजन श्री सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान जनसम्पर्क सेवा के लिए गॉडलीवुड स्टूडियो के पीस न्यूज के हेड तथा पीआरओ बीके कोमल को भी दिया गया।
साहित्यकारों का जब संगम हो और भाषा की बात ना हो यह सम्भव नहीं है। शांतिवन में भी हिन्दी के जरिये भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए हिन्दी के कलमकारों ने अपनी अपनी बाते रखी तथा अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच पर इसे ले जाने की बात भी कही। इस सम्मेलन के दौरान सृजनगाथा डॉट कॉम संस्था की उपाध्यक्ष रंजना अरगड़े, तथा बीके मृत्युंजय ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति की नीवं हिन्दी और साहित्य पर टिकी है। यदि यह लुप्त होगा तो संस्कार का लुप्त होना स्वाभाविक है। इसलिए इस विरासत को बनाये रखना चाहिए। इसके साथ ही सम्मेलन में आये प्रबुद्ध वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए हिन्दी को बचाने का आह्वान किया।
सम्मेलन का उदघाटन वरिष्ठ साहित्यकार हेमचन्द्र सलानी, केन्द्रिय कृषि विश्वविद्यालय के डॉ नवल किशोर चौधरी, आबू रोड पालिका चेयरमैन सुरेश सिंदल जयप्रकाश मानस, प्रगति मानस रथ, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, डॉ. विदुषी अमेटा, गिरिश जोशी, श्रीमती रेणुका, प्रो. राजेश्वर आनदेव, किरण राजपुरोहित समेत कई लोगों ने दीप जलाकर उदघाटन किया।
कार्यक्रम के पश्चात रायपुर की कथक नृत्यांगना अनुराधा दुबे ने अपनी सुन्दर प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। बड़ी संख्या में लोग इसका आनन्द लेते रहे।