संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन- यू.एन.एफ.सी.सी.सी की 24वीं कॉन्फ्रेन्स ऑफ पार्टीज़ यानि कॉप-24 की शुरुआत पोलैंड के कातोविस में अधिकारिक तौर पर की जा चुकी है। पर्यावरण बचाने के उद्देश्य से होने वाली इस सालाना बैठक में दुनिया के सभी देश अपने प्रतिनिधि भेजते हैं। इस बार हो रही 24वीं बैठक में सबसे अहम मसला है पेरिस जलवायु समझौते को अमल में लाने के तरीकों पर सहमति कायम करना। यह कॉन्फ्रेन्स स्पोडेक कांग्रेस सेन्टर में आयोजित हुई, जिसमें ब्रिटेन के सर डेविड एटनबरो द्वारा नागरिक समाज का प्रतिनिधित्व किया गया।
इस दौरान ब्रह्माकुमारीज़ और आई.एस.एम.यू.एन के संयुक्त तत्वाधान में एक्सिबिशन बूथ लगाया गया, जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान से जुड़े इंडिया वन सोलार थर्मल पावर प्रोजेक्ट के सलाहाकर गोलो पिल्ज, जर्मनी से कैरोलिन, पौलेण्ड से मेरेक, फ्रांसिस, बीके सोंजा ने अपनी मुख्य भूमिका निभाई।
आगे ब्रह्माकुमारीज़ ने अन्य संस्थानों के साथ मिलकर सेंट स्टीफन चर्च में सम्मेलन के उद्घाटन का जश्न मनाया गया वही बीके जयंती के निर्देशन में ग्रीन टीम द्वारा सम्मलेन की कई तैयारिया की गई जिसमें आईएसएमयूएन के संयुक्त तत्वाधान में एकजिबिशन बूथ लगाया गया । इसके अलावा, बीके गोलो और सिस्टर कैरोलिन ने जर्मन पवेलियन और संयुक्त राष्ट्र डेसा पवेलियन की साइड इवेंट्स को संबोधित किया, वहीं बीके जयंती ने लाइफस्टाइल चेंज पर ईयू पवेलियन में अपने विचार रखे।