माइंड बॉडी मेडिसिन पर आबूरोड में ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के शांतिवन परिसर में संस्था के मेडिकल प्रभाग द्वारा 39वीं नेशनल कॉन्फ्रेन्स का आयोजन हुआ, जिसके उद्घाटन सत्र में संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी एवं संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी समेत चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों ने मन, शरीर और दवाओं के सफल समन्वय के लिए अध्यात्म अपनाने की सलाह दी। सम्मेलन का शुभारम्भ.. दादी जानकी एवं दादी रतनमोहिनी समेत मुख्य अतिथियों में.. प्रिवेन्टिव हेल्थ एवं वेलनेस वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड की अध्यक्षा एवं निदेशिका डॉ. सोनिया, संस्था के महासचिव बीके निर्वैर, मेडिकल प्रभाग के उपाध्यक्ष डॉ. प्रताप मिड्ढ़ा, सचिव डॉ. बनारसी लाल, वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. गिरीश पटेल एवं अन्य मुख्य हस्तियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। मन, शरीर और दवाओं के बीच सेतु का काम करता है मेडिटेशन, आधुनिक जीवन में अध्यात्म और मेडिटेशन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसे मनुष्य वर्तमान समय के दौर में भूलता जा रहा है। माइंड बॉडी मेडिसिन के 39वें राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रभाग के सदस्यों ने इन्हीं कुछ अहम बातों पर विशेष रुप से प्रकाश डाला एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया, कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. सोनिया ने अपने वक्तव्य में चिकित्सकों की जीवनशैली को तनावमुक्त बनाने के लिए अपना प्रभावशाली वक्तव्य दिया। सम्मेलन के दूसरे सत्र में मोटीवेशनल स्पीकर एवं वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शिवानी ने केयरिंग इज़ हीलिंग एवं बैलेन्स शीट ऑफ लाइफ विषय पर प्रतिभागियों को सम्बोधित किया, आगे ग्लोबल हॉस्पिटल के कंसल्टेंट फिज़िशियन बीके डॉ. सचिन ने हर्री, वर्री एण्ड कर्री विषय के तहत अपने विचार रखे। यह सम्मेलन 3 दिनों तक चला.. जिसमें कई बीमारियों के समाधान एवं उसके निदान पर अलग-अलग सत्रों के माध्यम से चर्चा की गई।