समापन से पूर्व.. सम्मेलन के चौथे दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य पशुधन विकास, लघु, मध्यम उद्योग मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी ने कहा कि वैज्ञानिकों को मंगल में जीवन पर अनुसंधान करने की बजाय जीवन में मंगल है या नहीं पर अनुसंधान करें। दुनिया में आज सबसे ज़्यादा सद्भावना, शांति और प्रेम की ज़रुरत है जो अध्यात्म से ही आएगी।
इस अवसर पर जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता एवं मज़दूर किसान शक्ति संगठन की संस्थापक अरुणा रॉय, पद्मश्री डॉ. रानी बंग ने भी अपने संघर्ष के पलों को सभी के साथ साझा किया।
आगे मध्यप्रदेश सरकार के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव फांसे ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ स्वर्णिम भारत की परिकल्पना को साकार कर रही है। इस मौके पर भोजपुर विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर, ओड़िशा कटक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महेन्द्र प्रताप, रशिया के अल्बर्ट असादुलीन, श्रीरामलिंगा मिल प्रबंध निदेशक सुश्री कोठाई दिनाकरन समेत अन्य विशिष्ट महमानों ने भी अपने विचार रखे।