ये मत कहो खुदा से मेरी मुश्किलें बड़ी हैं, मुश्किलों से कह दो मेरा खुदा बड़ा है’ गीत की इन पक्तियों में आज के भय और अनिश्च्तिता से सभी के मन में उत्पन्न हुए सभी सवालों का जवाब छिपा हुआ है। मुख्यालय से आयोजित हुई युवा प्रभाग की ई-कान्फ्रेंस ‘कापीइंग विद ट्रांशिसन’ में आगे के सत्रों की शुरूआत इसी प्रेरणादायक गीत से हुई आगे देश की कई प्रख्यात हस्तियां जैसे सांसद हेमा मालिनी, फिल्म निर्देशक सूजीत सरकार, इंडियन एथलीट दीपा मलिक, भारतीय क्रिकेटर अजिंक्य राहाणे, भारतीय बैडमिंटन प्लेयर पुलेला गोपीचंद समेत विदेश की कई हस्तियां हमसे से जुड़ी और उन्होंने यह संदेश दिया कि इस लॉकडाउन के दौरान हमें पैनिक नहीं होना है बल्कि यह समझना है कि यह समय हमें अपनी आंतरिक चेकिंग करने का है अपने नए गोल निर्धारित करने का है स्वयं से रिस्ते बेहतर बनाने का है और वो करने का है जो आप करना चाहते थे लेकिन व्यस्त रहने की वजह से नहीं कर पा रहे थे।
संदेश और अनुभव साझा करने के इस सिलसिले में कई उन लोगों ने भी अपने पर्सनल एक्सपीरियन्य साझा किये जो लम्बे समय से राजयोग मेडिटेशन के अभ्यासी हैं और उनके जीवन में इसके अभ्यास से अभूतपूर्व परिवर्तन आया हो चलिए सुनते हैं उनके अनुभव लेकिन पहले सुनेंगे अहमदाबाद की सरगम एवं स्वरा का प्रेरणादायक गीत।