ब्रह्माकुमारीज द्वारा राम दरबार की झांकी एवं परशुराम जी की झांकी

03 मई , केसली/सागर , मध्यप्रदेश। केसली नगर में ब्राह्मण समाज के द्वारा भक्ति और शक्ति के प्रतीक श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें ब्रह्माकुमारीज द्वारा चैतन्य परशुराम जी की झांकी एवं राम दरबार की झांकी दी गई । यात्रा का समापन मां हरसिद्धि मंदिर पर हुआ, जहां पर झांकी की समस्त क्षेत्रवासियों ने मिलकर आरती वंदना की एवं सभी ने अपने विचार रखे जिसमें बीके संध्या ने सभी को परशुराम जी के जीवन चरित्र के द्वारा विशेष गुणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सम, दम, स्वच्छता (मानसिक एवं सामाजिक स्वच्छता),तप,क्षमा(क्षमा वीरस्य भूषणम),सरलता, ज्ञान, विज्ञान, आस्तिकता , इन विशेषताओ को हम भी अपने जीवन में समाहित करने की कोशिश करे। ज्ञान रूपी फरसे से स्वयं की तथा समाज की बुराइयों पर विजय पाएं । धनुष का अर्थ बताते हुए कहा कि होठो के आकार से मिलाते हुए हमारे मुख से भी शब्दभेदी बाण निकलते है जो चाहे तो किसी का दिल जीत भी सकते है और किसी का दिल चीर भी सकते है क्योकि वाणी को जब हम वीणा बनाते है तो जीवन में संगीत का काम करती है लेकिन जब वाणी से वाण निकलते है तब जीवन मे महाभारत निश्चित है ।