आध्यात्मिक ज्ञान एवं मूल्यों की शिक्षा से मानव का जीवन मूल्यवान बन जाता है, उसके जीवन में खुशी, उत्साह एवं निश्चिंतता बनी रहती है . आज समाज में इस प्रकार की शिक्षा की बहुत जरूरत है क्योंकि आध्यात्मिक ज्ञान और मूल्यनिष्ठ शिक्षा में ही व्यक्तिगत, सामाजिक व वैश्विक समस्याओं का समाधान समाया हुआ है……….मूल्यों के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुये झारखंड के गुमला में तनाव मुक्त जीवन के लिये मूल्य एवं आध्यात्मिक शिक्षा विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथी के रूप में आये जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि जब तक किसी व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिकता नहीं आई है तब वह तनाव मुक्त नहीं बन सकता, वहीं जिला एवं सत्र न्यायधीश अवनी रंजन कुमार सिन्हा ने भी कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनायें व्यक्त कीं।
कार्यक्रम में माउंट आबू से आये शिक्षा प्रभाग के उपाध्यक्ष बीके मृत्युंजय ने संस्थान द्वारा मूल्यनिष्ठ जीवन बनाने की दिशा में कीं जा रही सेवाओं की जानकारी देते हुये कहा कि मूल्यों की धारणा से मानव देव के समान बन सकता है, इस मौके पर कार्यक्रम में एराउस मिशनरी संस्थान के निर्देशक फादर मनोहर खोया, दूरदस्थ शिक्षा संस्थान के निदेशक बीके डॉ. पांडयामणि, शिक्षा प्रभाग की सबजोन कोआर्डिनेटर बीके शैफाली, कटक सेवाकेंद्र प्रभारी बीके लीना एवं लोहरदगा के महिला कालेज की प्रिंसपल शमीमा खातून ने भी अपने विचार व्यक्त किये।