दिनोंदिन व्यक्ति का स्वयं के वास्तविक गुण सुख, शांति और पवित्रता जैसे गुणों की अनुभूति के लिए वस्तुओं, व्यक्तियों और परिस्थितियों का मोहताज़ होना, इसे क्या कहेंगे विकारों का प्रभाव या आधुनिकता की चकाचौंध, जिसमें व्यक्ति स्वयं के वास्तविक गुणों से दूर हो गया है। और क्या उन गुणों को हम जाग्रत कर सकते हैं। ऐसे ही कुछ अनसुलझे रहस्यों को उजागर किया जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ बीके शिवानी ने
बीके शिवानी कुछ दिनों के लिए कोलकाता दौरे पर थी। जहां बांगुर एवेन्यू सेवाकेंद्र द्वारा विस्वा बांगला कनवेन्शन सेंटर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। मौके पर मेडिकल प्रभाग के सचिव बीके डॉ बनारसी लाल, बांगुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मधु भी मौजूद थी।