मध्यप्रदेश के जबलपुर में कटंगा कॉलोनी सेवाकेंद्र द्वारा भारतीय सेना की यूनिट सिग्नल्स कोर डिपो रेज़िमेंट एवं जम्मू एंड कश्मीर राईफल्स के अधिकारियों एवं जवानों के लिये राजयोग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें माउंट आबू से आयीं राजयोग शिक्षिका बीके चंदा ने मन के विचारों का महत्व बताते हुये कहा कि हमारे विचार चाहें तो मनी कमा सकते हैं और वही विचार लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं लेकिन हम व्यर्थ सोच – सोचकर अपने विचारों की शक्ति को खत्म कर देते है।
इसीक्रम में सेना के अधिकारियों एवं जवानों की फैमिली के लिये स्वप्रबंधन विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमें बीके चंदा ने बहुत ही सहज तरीके से आत्म रूप की पहचान देते हुये कहा कि हम इस फिजीकल शरीर से अलग एक ज्योतिबिंदु आत्मा हैं।
ऐसे ही सेवाकेंद्र पर वाह जिंदगी वाह विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बीके चंदा ने कहा कि यह जीवन एक यात्रा है जिसमें हमें दूसरों को न देख पहले स्वयं के मन की बात सुनना चाहिये।
इस मौके पर लेबर वेलफेयर के कमिश्नर डी.सी. परमार, लिज्जत पापड़ ग्रुप की डायरेक्टर पुष्पा बेरी एवं स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी बीके विमला समेत सेवाकेंद्र पर आने वाले लोग मौजूद थे।
इसके साथ ही सिंधीधर्म शाला में आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बीके चंदा ने संस्थान द्वारा की जा रहीं सेवाओं की जानकारी दी और कहा कि तनाव और खुशी मन की स्थिति पर निर्भर करता है, यदि हम अपने मन को परिस्थितियों के अनुसार सेट कर लें तो हमारी खुशी गायब नहीं हो सकती।