गूगल में हमें हर विषय से संबंधित जानकारियां तो मिल जाती हैं लेकिन गुगल सही गलत की पहचान व मूल्यों की धारणा नहीं करा सकता कुछ इसी प्रकार की अभिव्यक्ति वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके प्राची ने भिलाई सेवाकेंद्र पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त की। यह कार्यक्रम टच दी लाइट की टीचर्स के सम्मान में आयोजित किया गया था जिसमें सेवाकेंद्र प्रभारी बीके आशा, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके माधुरी समेत कई विशिष्ट बहनें शामिल थीं।
मौके पर मौजूद शिक्षकों में से निरूपमा दत्ता ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि ट्रेनिंग के दौरान किस तरह से स्कूलों में जाकर बच्चों को मूल्यों की शिक्षा दी जाती थी। वहीं बच्चों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
जानकारी के लिए बता दें कि भिलाई के कई स्कूलों में पिछले 8 वर्षों से ब्रह्माकुमारीज के युवा प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे टच की लाईट प्रोजेक्ट के अंर्तगत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिससे उनमें एकाग्रता की शक्ति बढ़ने के साथ ही संस्कारों में भी परिवर्तन आया है। अंत में सभी शिक्षकों को बीके आशा ने मोमेंटों भेंटकर सम्मानित किया।