दोस्तों हम सभी ये जानते हैं कि बंद आंखों से न ही कुछ देखा जा सकता है और न ही पढ़ा। लेकिन मन की लगन और निरंतर प्रयास से यदि हम अपनी थर्ड आई खोल लें तो ये सब कुछ बंद आंखों से कर पाना संभव हो जाता है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण देखने को मिला गुजरात के पंचशील में जहाँ एक बच्चे ने आँखों में पट्टी बांधकर कार्ड पर लिखे नम्बर और कलर को बिल्कुल सही – सही तो बताया ही साथ ही एक पुस्तक को ऐसे पढ़कर दिखाया जैसे वह आंखें खोलकर उस पुस्तक को पढ़ रहा हो।
यह मौका था बच्चों के लिये आयोजित किये गये कल्चरल एवं बाल वृंदावन महोत्सव का जिसमें अनेक बच्चों ने डांस, गीत एवं कवितायें प्रस्तुत कर अपनी कला का प्रदर्शन किया और अपने अनुभव सभी के साथ साझा किये।
इस मौके पर सबजोन प्रभारी बीके भारती, ई.एन.टी. स्पेशलिस्ट डॉ. जितेंद्र पटेल, अर्थो स्पेशिलिस्ट डॉ. अंजना पटेल एवं वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके अंजु ने बच्चों का मार्गदर्शन किया व जीवन में सदा खुश रहने के लिये सभी की दुआएं लेने की शिक्षा दी। अंत में सभी बच्चों को गिफ्ट भी दिए गए।
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