न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में ज़ेंडर इक्वैलिटी एण्ड एंपावरमेंट ऑफ रूरल विमेन एण्ड गर्ल्स पर संयुक्त राष्ट्र की सबसे बड़ी वार्षिक सभा महिलाओं की स्थिति पर आयोग के 62वें सत्र का आयोजन किया गया। संयुक्त राज्य के सदस्य राज्यों के द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं और लड़कियों की चुनौतियों और अवसर विषय पर खुलकर चर्चा हुई। इस मौके पर ब्रह्माकुमारीज ने भी सहभागिता की और कुछ इवेंट्स को भी होस्ट किया।
इस साल मीडिया की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया था चाहे वो रेडियो, टेलीविज़न हो या सोशल मीडिया, क्योंकि ग्रामीण महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने और उनकी बात पहुंचाने का खास मंच मीडिया है। इसके अलावा महिलाओं की क्षमताओं और संसाधनों में सुधार लाने के लिए जोर दिया गया जिसके अन्तर्गत महिलाओं के विरूद्ध हिंसा, स्वच्छ पानी की कमी, लड़कियों को शिक्षित न कर पाना जैसे अनेक विषय शामिल थे इस सत्र में सीएसडब्ल्यू 62 की चेयरमैन जी बायरन नेसन समेत 170 देशों के प्रतिनिधियों और 600 से अधिक नागरिक समाज संगठनों ने भाग लिया। इसके साथ ही ब्रह्माकुमारीज ने मेंटल हेल्थ, कल्चर एण्ड आर्ट, ह्यूमन राइट्स, और द इन्वायरमेंट एण्ड इंटरफेथ जैसे अनेक विषयों पर आयोजित इवेंट्स में हिस्सा लिया। ब्रह्माकुमारीज की यूनाइटेड नेशन की टीम ने वैल्यूस बिहाइंड विमेन लीडरशिप विषय पर महिलाओं से कुछ इंटरव्यू लिए और दो पैरेलल व दो कम्यूनिटी इवेंट्स का भी आयोजन किया।
पैरेलल इवेंट के तहत कल्टिवेटिंग रेज़िलियंस इन विमेन एण्ड गर्ल्स थ्रू योगा विषय पर अर्मेनियन कन्वेंशन सेंटर में द इंटरनेशनल डे ऑफ योगा कमिटी के द्वारा इवेंट आयोजित किया गया जिसमें यूएन में ब्रह्माकुमारीज की प्रतिनिधि बीके सबिता गीर और बीके टीना अग्रवाल ने मेडिटेशन के लाभ बताए।
वहीं ब्रह्माकुमारीज और वैल्यू काकस द्वारा अवेयरनेस टू एक्शन विषय पर आयोजित इवेंट में बीके जूलिया, बीके मारिआने लिज़ाना और बीके नलिशा ने मेडिटेशन और सस्टेनेबल यौगिक एग्रीकल्चर पर चर्चा की और बताया कि किस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में राजयोग मेडिटेशन से काफी बेहतर बदलाव आया है। इसके साथ ही स्थाई यौगिक कृषि प्रोजेक्ट और रेडियो मधुबन 90.4 एफएम के ग्रामीण व कृषि विकास कार्यक्रमों की भी जानकारी दी।