हमारी चेतना के अंदर गहरी शांति का एक दरिया है लेकिन भौतिकता की चकाचौंध ने व्यक्ति को इसी शांति का प्यासा बना दिया है……लोगो की जीवन से गुम हुई इस शांति का पता बताने के लिए…….अफ्रिका के कांगो और रवांडा के बीच स्थित कीवू झील के किनारे बना ब्रह्माकुमारीज़ के तपस्या धाम में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में बीके सीता ने बताया कि कैसे कठिन से कठिन परिस्थिति में भी शांतमय स्थिति बनाई जा सकती है…वहीं बीके क्रिस्टीन और रिचार्ड ने मूवमेंट मेडिटेशन कराया और बीके वेलेंटीन ने अपने कार्यक्षेत्र में होने वाले तनाव से बचने की विधि बताई।
इस दौरान राजयोग द्वारा रिष्तों को मजबूत बनाने और संपूर्ण रूप से स्वस्थ बनने का आहवान किया गया। इसके साथ ही कई गतिविधियों के माध्यम से सोल कांसेसनेस की अनुभूति कराई व पूरे विष्व में शांति व सुख के वायब्रेशन फैलाए।