मिठास अगर जुबान पर हो तो वो सुखदाई है,मगर यदि वह खून में मिल जाए तो व्यक्ति के लिए वही मिठास दुखदायी बन जाती है जी हां हम बात कर रहे हैं I डायबिटीज़ की आज यह बिमारी हर चैथे व्यक्ति के लिए दुख का कारण बनती जा रही है और इस बिमारी से ग्रसित व्यक्ति इससे निज़ात पाना चाहता है इस घातक बिमारी से निज़ात पाने के लिए सबसे पहले चाहिए विल पॉवर लेकिन आज व्यक्ति में विल अलग हो गई है और पॉवर अलग लोगो में इसी विल पॉवर को जगाने और इस घातक बिमारी के प्रति लोगो को सचेत करने के लिए गुजरात के वडोदरा में वर्ल्ड डायबिटीज़ डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
करेलीबाग सेवाकेंद्र द्वारा कमलानगर में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अनिल बधीजा, सेवाकेंद्र प्रभारी बी.के. चंपा समेत दो सौ से अधिक लोगों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआइस दौरान मुख्य वक्ता डॉ. अनिल बधीजा ने लोगो को लोगो को इस रोग के प्रति सचेत किया और इस बिमारी से उभरने के लिए राजयोग मेडिटेशन के नियमित अभ्यास की अपील की।