सन्यासियों व गुरुओं का इस विश्व में बहुत महत्व है.. क्योंकि इनकी पवित्रता के कारण ही यह धरती थमी हुई है.. जिस प्रकार सुर के बिना ताल नहीं मिल सकता, उसी प्रकार गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिल सकता। जीवन में गुरु और शिक्षक के महत्व से आज की पीढ़ी को परिचित करवाने के लिए गुरुपूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है।
इसी के चलते राजकोट के पंचशील सेवाकेन्द्र पर गुरु के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां गुजरात ज़ोन की निदेशिका बीके भारती ने बताया कि परमात्मा ही सच्चा सतगुरु है क्योंकि परमात्मा.. परम सतगुरु के रुप में मनुष्य आत्माओं की गति करती है।
इस अवसर पर राजयोग शिक्षिका बीके किंजल ने गुरु का महत्व बताया, वहीं बीके पुष्पा एवं अन्य कुमारियों ने बीके भारती को साफा पहनाया तो सेवाकेन्द्र से जुड़ी माताओं ने आरती कर उनका सम्मान किया। इस दौरान कुमारी पूनम द्वारा गीत की प्रस्तुति भी दी गई।