किसानों को व्यसनों से मुक्त करना, अंध विश्वास एवं कुप्रथाओं का उल्मूलन करना, पारम्परिक शाश्वत यौगिक खेती अपनाकर पौष्टिक अन्न उत्पादन करना किसानों को इसकी जानकारी देने के मुख्य उद्देश से महाराष्ट्र के पूर्णा में विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन हुआ इस मौके पर बलिराज सुगर फैक्ट्री के जनरल मैनेजर अशोक थोरात, तालुका कृषि अधिकारी काले, जिला कोषालय अधिकारी मनोज, परभनी सेवाकेंद्र प्रभारी बीके अर्चना, स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी बीके प्रणिता समेत कई बीके बहने मुख्य रूप से मौजूद रही।
शाश्वत यौगिक खेती एक ऐसी पद्धति है जिसमें हम कुदरत के नियम एवं प्रभाव पर चल कर विज्ञान के आधार से प्रकृति के पांचों तत्वों सहित सर्व जीव जंतुओं, पशु पक्षियों से स्नेह का रिश्ता जोड़ते है। इसके लिए आवश्यक है आध्यात्मिक शक्तियों की, जो हमें राजयोग से मिलती है इस कार्यक्रम का कई किसानों ने लाभ तो लिया साथ ही साथ ही शाश्वत यौगिक खेती करने का संकल्प भी लिया।