महाराष्ट्र के नांदेड में धरती मां को विषमुक्त निरोगी बनाने के लिए पर्यावरण की रक्षा करते हुए संस्था से जुड़े लोगों ने विशेष रूप से किया योगाभ्यास, कहा जिस तरह शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योगासन की जरूरत है उसी तरह सात्विक विषमुक्त अन्न की भी आवश्यकता है।