योग दिवस का सिलसिला देश भर में अब भी जारी है कहीं शारीरिक व्यायाम तो कहीं राजयोग ध्यान द्वारा आन्तरिक तथा ब्राह्य रुप से सशक्त रहने के लागों को तरीके सुझाए गए। ये अवसर था जीवनशैली में बदलाव लाकर स्वयं में नवनिर्माण करने का
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस अपने ट्वीट के ज़रिए देशवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए यही कहा कि योग की अखंडता शक्ति, विशेष रुप से योग कैसे शांत, रचनात्मकता और संतुष्टि को आगे बढ़ाता है पीड़ा में भी योग, आत्मसात और उपचार करता है।
उनका ये संदेश महज़ एक दिन के लिए नहीं बल्कि प्रत्येक दिन योग का नितत अभ्यास जीवन में नवीन परिवर्तन ले आता है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी जो 102 वर्ष की आयु में भी राजयोग के निरन्तर अभ्यास से एक सशक्त महिला है और जवा दिलों की धडकन भी
खुशहाल जीवन के लिए राजयोग कैसे कारगर है ब्रह्माकुमारीज़ प्रत्येक दिन राजयोग का अभ्यास कर अपनी शक्तियों को पुनः जागृत करना सिखाती है।
यूपी, हरियाणा, चण्डीगढ़, मध्यप्रदेश, छ.ग., ओड़िशा, झारखण्ड, कोलकाता तथा दक्षिण भारत के कर्नाटक, चेन्नई में भी कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
महाराष्ट् के नागर में स्थानीय ब्रह्माकुमारीज़ एवं नागपुर महानगरपालिका, जनार्धन स्वामी योगाभ्यासी मंडल, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, मैत्री परिवार, एन.सी.सी नागपुर जिला एसोसिएशन तथा अन्य योगप्रेमी संस्था के सहकार्य से यशवंत स्टेडियम धंतोली में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुड़े, कार्यक्रम की अध्यक्षा महापौर नंदा जिचकर, पश्चिम नागपुर के विधायक सुधाकर देशमुख तथा अन्य सभी संस्थाओं ने अपना अपना योग प्रदर्शित किया, वहीं नागपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके रजनी ने शरीर के साथ मन को शक्तिशाली बनाने की विधि बताई।