‘क्लीन द माइंड, ग्रीन द अर्थ’ थीम पर महाराष्ट्र में लातूर के शिवाजी नगर गीता पाठशाला पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गयाजिसका उद्घाटन महापौर सुरेश पवार, क्लेक्टर कौस्तुबजी दिवेगावकर, वनस्पति वैज्ञानिक डॉ. बालाजी हजारे, लातूर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके नंदा, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके पुण्या, गीता पाठशाला संचालिका प्रयाग वाघन्ना की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
मौजूदा समय में संक्रामक रोग से काफी लोग आए दिन ग्रसित हो जाते हैं, जिसका कारण है जलभराव, कीचड़, कचरे से उत्पन्न होने वाले मच्छर और किटाणुयदि गंदगी पर काबू पा लिया जाए तो कई तरह की बिमारीयों से बचाव किया जा सकता हैइसके लिए जरूरत है स्वच्छता के प्रति जागरूकता और गंदगी फैलाने पर अंकुश लगाने कीसरकार तो इसके लिए प्रयास कर रही हैलेकिन ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान भी अपनी नैतिक व समाजिक जिम्मेवारी समझते हुए जागरूकता अभियान चला रही हैइसी के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया थाजिसमें महापौर और कलेक्टर ने अपने विचार रखें…
बीके नंदा ने सभा को संबोधित करते हुए कहाकि जिसप्रकार जलभराव, कीचड़, कचरे से उत्पन्न होने वाली बिमारीयों से तन बिमार होता है उसी प्रकार नकारात्मक और व्यर्थ विचारों से मन बिमार होता है
सभा में उपस्थित सभी अतिथिगण को बीके पुण्या ने स्वच्छता का संस्कार धारण करने और प्रत्येक सप्ताह में 2 घंटे स्वच्छता के लिए श्रमदान करने के लिए प्रतिज्ञा करायी।
इस दौरान महापौर और आयुक्त को एक साल पहले बनाया गया गार्डन दिखाया गयाऔर झाडू लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने का प्रयास किया।